अग्निपथ - नौजवानों ने नकारा

कृषि कानून - किसानों ने नकारा

नोटबंदी - अर्थशास्त्रियों ने नकारा

GST - व्यापारियों ने नकारा

देश की जनता क्या चाहती है, ये बात प्रधानमंत्री नहीं समझते क्यूंकि उन्हें अपने ‘मित्रों’ की आवाज़ के अलावा कुछ सुनाई नहीं देता।